बक्सर में खुला बड़ा राज़: 26 स्कूलों के प्रिंसिपल पर विभाग की नज़र, आखिर क्यों रोका गया वेतन?
बक्सर जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे शिक्षा विभाग को हिला कर रख दिया है। नावानगर प्रखंड के 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक अचानक विभागीय जांच के घेरे में आ गए। मामला इतना गंभीर है कि प्रखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) ने तत्काल एक्शन लेते हुए सभी प्रिंसिपल्स का वेतन रोक दिया है।
जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच
सूत्रों के अनुसार इन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर आरोप है कि वे ई-शिक्षा कोष पोर्टल (E-Shiksha Kosh Portal) पर छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही कर रहे थे। यह कार्य शिक्षा विभाग की प्राथमिकता में है, लेकिन बार-बार चेतावनी के बाद भी प्रधानाध्यापक नियमों का पालन नहीं कर रहे थे।
जांच टीम ने जब पोर्टल से डेटा मिलाया तो पता चला कि कई विद्यालयों में छात्र उपस्थित होने के बावजूद उपस्थिति दर्ज ही नहीं की गई थी। इतना ही नहीं, कुछ जगहों पर आंकड़े हेरफेर की आशंका भी जताई जा रही है।
सबसे ज्यादा गड़बड़ी कहां?
जांच रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य विद्यालय बराढही में सबसे अधिक लापरवाही पाई गई। यही कारण है कि विभाग ने इस स्कूल पर विशेष निगरानी रखने का आदेश जारी किया है।
आगे क्या होगा?
विभाग ने सभी प्रधानाध्यापकों से लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है। शिक्षा विभाग का कहना है कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।